Paigam Hai Ye.. (e-bog) af Surjeet Kumar
Surjeet Kumar (forfatter)

Paigam Hai Ye.. e-bog

25,00 DKK (inkl. moms 31,25 DKK)
About the book:मुझे अपने स्कूल के समय से ही प्यार, दर्द, आत्मनिरीक्षण, अवसाद, अकेलापन आदि जैसे विभिन्न विषयों पर कविताएँ लिखता हूँ । इस पुस्तक में संकलित 'आजाद दिखा करो', 'चेतवानी', 'चलो कुछ करता है', 'सिर्फ एक नहीं संपूर्ण है तू' शीर्षक वाली कविताएं मेरे मार्गदर्शक, मित्र और प्रेरक के रूप में कार्य करती रही है। शब्दों का सटीक चुनाव और धाराप्रवाह रूप से पदों का स्वरुप आपको रोमांचित अवश्य करेगा । पाठकों की पसंद को...
E-bog 25,00 DKK
Forfattere Surjeet Kumar (forfatter)
Forlag Pencil
Udgivet 20 januar 2022
Længde 37 sider
Genrer Poetry
Sprog Hindi
Format epub
Beskyttelse LCP
ISBN 9789356100503

About the book:
मुझे अपने स्कूल के समय से ही प्यार, दर्द, आत्मनिरीक्षण, अवसाद, अकेलापन आदि जैसे विभिन्न विषयों पर कविताएँ लिखता हूँ । इस पुस्तक में संकलित 'आजाद दिखा करो', 'चेतवानी', 'चलो कुछ करता है', 'सिर्फ एक नहीं संपूर्ण है तू' शीर्षक वाली कविताएं मेरे मार्गदर्शक, मित्र और प्रेरक के रूप में कार्य करती रही है। शब्दों का सटीक चुनाव और धाराप्रवाह रूप से पदों का स्वरुप आपको रोमांचित अवश्य करेगा । पाठकों की पसंद को देखते हुए बहुत जगह आत्मनिरिक्षण वाली पंक्तियों को सहजता से पिरोया गया है । जो की आपको इस पुस्तक को अंत तक बांधे रखेगी ।